Gulzar – Waqt ko aate na jaate na guzarte dekha
वक़्त को आते न जाते न गुज़रते देखा वक़्त को आते न जाते न गुजरते देखा न उतरते हुए देखा
Read moreवक़्त को आते न जाते न गुज़रते देखा वक़्त को आते न जाते न गुजरते देखा न उतरते हुए देखा
Read moreत्रिवेणियाँ १. मां ने जिस चांद सी दुल्हन की दुआ दी थी मुझे आज की रात वह फ़ुटपाथ से देखा
Read moreखबर है निज़ामे-जहाँ,पढ़ के देखो तो कुछ इस तरह चल रहा है! इराक़ और अमरीका की जंग छिड़ने के इमकान
Read moreइक नज़्म ये राह बहुत आसान नहीं, जिस राह पे हाथ छुड़ा कर तुम यूँ तन तन्हा चल निकली हो
Read moreअगर ऐसा भी हो सकता… अगर ऐसा भी हो सकता— तुम्हारी नींद में,सब ख़्वाब अपने मुंतकिल करके, तुम्हें वो सब
Read moreनशीरुद्दीन शाह के लिये इक अदाकार हूँ मैं! मैं अदाकार हूँ ना जीनी पड़ती है कई जिंदगियां एक हयाती में
Read moreकोहसार नुचे छीले गए कोहसार ने कोशिश तो की गिरते हुए इक पेड़ को रोकें, मगर कुछ लोग कंधे पर
Read moreरुके रुके से क़दम रुक के बार बार चले रुके रुके से क़दम रुक के बार बार चले क़रार दे
Read moreदेखो, आहिस्ता चलो देखो, आहिस्ता चलो, और भी आहिस्ता ज़रा देखना, सोच-सँभल कर ज़रा पाँव रखना, ज़ोर से बज न
Read moreखाली कागज़ पे क्या तलाश करते हो? खाली कागज़ पे क्या तलाश करते हो? एक ख़ामोश-सा जवाब तो है। डाक
Read moreन आने की आहट न आने की आहट न जाने की टोह मिलती है कब आते हो कब जाते हो
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