Faiz Ahmed Faiz – Geet
गीत चलो फिर से मुस्कुराएं चलो फिर से दिल जलाएं जो गुज़र गई हैं रातें उनहें फिर जगा के लाएं
Read MorePunjabi, Hindi Poetry and Lyrics
गीत चलो फिर से मुस्कुराएं चलो फिर से दिल जलाएं जो गुज़र गई हैं रातें उनहें फिर जगा के लाएं
Read Moreहम तो मज़बूर थे इस दिल से हम तो मज़बूर थे इस दिल से कि जिसमें हर दम गरदिशे-ख़ूं से
Read Moreढाका से वापसी पर हम केः ठहरे अजनबी इतनी मदारातों के बाद फिर बनेंगे आशना कितनी मुलाक़ातों के बाद कब
Read Moreबहार आई बहार आई तो जैसे एक बार लौट आये हैं फिर अदम से वो ख़्वाब सारे, शबाब सारे जो
Read Moreतुम अपनी करनी कर गुज़रो अब कयूं उस दिन का ज़िकर करो जब दिल टुकड़े हो जायेगा और सारे ग़म
Read Moreमोरी अरज सुनो (नज़र-ए-ख़ुसरो) “मोरी अरज सुनो दस्तगीर पीर” “माई री कहूं, कासे मैं अपने जिया की पीर” “नैया बांधो
Read Moreलेनिनगराड का गोरिसतान सर्द सिलों पर ज़रद सिलों पर ताज़ा गरम लहू की सूरत गुलदस्तों के छींटे हैं कतबे सब
Read Moreकुछ इश्क किया कुछ काम किया वो लोग बहुत ख़ुश-किस्मत थे जो इश्क को काम समझते थे या काम से
Read Moreदर-ए-उमीद के दरयूज़ागर फिर फरेरे बन के मेरे तन-बदन की धज्जीयां शहर के दीवारो-दर को रंग पहनाने लगीं फिर कफ़-आलूदा
Read Moreअतीत के द्वार पर ‘जय हो’, खोलो अजिर-द्वार मेरे अतीत ओ अभिमानी! बाहर खड़ी लिये नीराजन कब से भावों की
Read Moreआज इक हरफ़ को फिर ੧ आज इक हरफ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख़्याल मध-भरा हरफ़ कोई ज़हर-भरा हरफ़
Read More