Amir Khusro – Tori soorat ke balihaari
तोरी सूरत के बलिहारी, निजाम,
तोरी सूरत के बलिहारी ।
सब सखियन में चुनर मेरी मैली,
देख हसें नर नारी, निजाम…
अबके बहार चुनर मोरी रंग दे,
पिया रखले लाज हमारी, निजाम….
सदका बाबा गंज शकर का,
रख ले लाज हमारी, निजाम…
कुतब, फरीद मिल आए बराती,
खुसरो राजदुलारी, निजाम…
कौउ सास कोउ ननद से झगड़े,
हमको आस तिहारी, निजाम,
तोरी सूरत के बलिहारी, निजाम…